G20 Summit India | G20 में भारत की अध्क्षत्या में पहले दिन ही सफल समिट बना जानिए पहले दिन की खास बाते
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भारत ने पिछले साल इंडोनेशिया से G20 अध्क्षता ली थी उसके बाद भारत ने g20 पर कल G20 समिट के पहले दिन भारत मंडपम में एक इतिहासिक आयोजन का गवाह बना जिसमे भारत ने दुनिया का शांति और डेवलोपमेंट का सन्देश दिया वो भी पर्यावरण को ध्यान रख कर | कल भारत में दिन भर भुत साडी बैठकों का दौर लगा हुआ था ,कल के दिन दो सत्र में जी20 का कार्यक्रम हुआ ,जिसमे भारत की तरक्की और नयी सम्भावनाये प्राप्त की कोशिश की है | भारत ने जी 20 को सफल बन्ने का बहुत प्रयास किया है
विश्व के सबसे बड़े मंच की बैठक में भारत ने एक और अपना कीर्तिमान रच दिया है जिसमें भारत ने जी-20 की अध्यक्षता में दिल्ली में बहुत ही अच्छा आयोजन किया जिस को सफल बनाने के लिए भारत ने पहले ही दिन दिल्ली डेकोरेशन की सही तरीके से घोषणा करवा दी है पिछले समय में की तुलना में बहुत ज्यादा कावा भारत में हुए सबमिट में पहले ही दिन पर 73 मुद्दों पर चर्चा की गई और उस पर सहमति भी बन गई जिसमें से 27 मुद्दों पर सहमति बनाने की पिछले साल कोशिश की गई थी
भारत के भारत में हुए जो g20 सम्मिट है उसमें एक और बड़ा ऐतिहासिक कदम रखा गया है ऐतिहासिक पल बन गया है क्योंकि आपसे जी20 व 21 बन जाएगा क्योंकि भारत ने पहल की थी अफ्रीकन यूनियन अफ्रीकन यूनियन अफ्रीका देशों के बड़ा एक समूह है जिस पर 55 देश है और अफ्रीकी देशों का एक्शन है| जिसको की जी 2020 का स्थाई सदस्य बन गया है अफ्रीकी देश ने इसका इसके लिए भारत को दिल से धन्यवाद का है और जी 20 के पहले ही दिन मोदी जी ने इसका ऐलान कर दिया है कि अफ्रीकन यूनियन में जी 20 की सदस्यता स्थाई सदस्यता की सहमति बना गयी है |
g20 पर अफ्रीका यूनियन की स्थाई सदस्यता पर अफ्रीकी यूनियन के जो अध्यक्ष है अफ्रीकी देश के कॉम रूस के राष्ट्रपति उन्होंने बधाई देते हुए भारत की तरफ हाथ बढ़ाकर उन्हें गले लगाया और उस सराहनीय कदम के लिए उनका धन्यवाद किया और भारतीय कूटनीतिक एक जीत माना जा रहा है
अफ्रीकन यूनियन की G20 को मोदी ने दी थी गारंटी
कल एक कल के दिन भारत ने जब जी-20 में अफ्रीकन यूनियन की स्थाई सदस्यता के लिए अनुरोध करने पर उनको सफलता प्राप्त हुई थी इसके पीछे पीएम मोदी ने अफ्रीकी यूनियन को पिछले साल की गारंटी दी थी कि भारत अफ्रीकी यूनियन को अगले साल से भारत के g20 पर अफ्रीकी यूनियन के स्थाई सदस्यता के लिए अनुरोध करेगा जी-20 में और यह बात कह के मोदी जी ने बोला था कि मोदी की गारंटी और ऐसा ही हुआ आगे चलकर
अफ्रीकी यूनियन का संगठन को G20 क्यों जरूरी था G20 में अफ्रीकी यूनियन का संगठन का स्थाई सदस्यता इसलिए जरूरी है क्योंकि दुनिया में 14 परसेंट की आबादी सिर्फ अफ्रीकी यूनियन के पास होती है हालांकि ज्यादातर अफ्रीकी देश गरीब है लेकिन वह विश्व की जीडीपी में एक बड़ा शिकारी बना सकते आगे विगत वर्षों में इसी को लेकर जी-20 में उनकी स्थाई सदस्यता लेना पर जरूरी है भले ही अफ्रीका एक गरीब देशों का मंच बन रहे लेकिन आगे चलकर भविष्य में वह बहुत ही बढ़ाए का भी योगदान देगा और दुनिया के लिए एक बहुत कई रूप में लाभ पहुंचाएगा जिससे बहुत सारे देशों को बहुत फायदा होगा
कल भारत ने दो एलाइंस ऊपर अपना खास शुरुआत की पहला है मिडिल ईस्ट कॉरिडोर और दूसरा है ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलाइंस
यूरोप मिडिल ईस्ट कॉरिडोर
जी-20 पर पहले ही दिन भारत ने मध्यपूर्व और यूरोप कनेक्टिविटी चुके मेडलिस्ट कॉरिडोर के नाम से जाना जाएगा वह लांच कर दिया जिसमें प्रेम मोदी अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बिडेन सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान एटीरे की पैदल पीएम जॉर्जिया मालिनी व अन्य नेता मौजूद थे जो कि इन पर डील से शिपिंग समय और कम लागत में व्यापार को सस्ता और 30 करने के लिए आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगा यह चीन के विरुद्ध बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव परियोजना के विकल्प में पेश किया गया जिससे पाकिस्तान के नया जांबिया लाओस मंगोलिया जैसे कई विकासशील देश भारी कर्ज मरा गए थे इस योजना से संयुक्त अरब अमीरात सऊदी अरब जॉर्डन और इजरायल से होते हुए भारत की पूरी रूप में अपना रेलवे मार्ग भराएगा और बंगाल बंदरगाह को लिंक करके एक जगह पर खड़ा करेगा जिससे भारत का भारत और यूरोप के बीच में 40% की व्यापार तेजी से बढ़ेगा
ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलाइंस
कल जी-20 के पहले ही दिन पर पीएम मोदी ने शाम को ग्लोबल स्कूल रिलायंस का भी लॉन्च कर दिया है जिसमें भारत ने पीएम मोदी ने 18 पर बात रखते हुए जी-20 पर जलवायु और पर्यावरण के बारे में बातें कहीं और जी-20 के लिए एक सैटेलाइट लॉन्च सैटलाइट मिशन लॉन्च करने का प्रस्ताव रखा नेताओं ने अपने ग्रीन क्रेडिट यूपीआई और बहुत सारी एआई टेक्नोलॉजी जिससे जलवायु पर गोवा पर्यावरण पर अच्छा असर पड़े इसके बारे में बातें करें और ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस के बारे में बातें हुई जिसे स्टार्ट किया गया इनका यह उद्देश्य है कि एक सस्ता टिकाऊ और पर्यावरण सुरक्षित रखने वाला बायोफिल का इस्तेमाल किया जाए जिससे कारोबार को अच्छी बढ़त मिल सके तकनीक में और सहायता प्रदान की जा सके और मार्केट में एक मजबूती ला सके बायोफ्यूल का मतलब होता है कि पेड़ पौधे अनाज शेवाल भूसी और खाने वाले जो पदार्थ होते हैं लेकिन धन मना करके बायोफ्यूल का प्रयोग किया जाए जिससे पर्यावरण पर इतना हानि ना हो हमारे जो खत्म ना हो और कार्बन की मात्रा कम हो जिससे इसका इस्तेमाल बढ़ेगा तो भारत और पूरी दुनिया पर एक अच्छा असर पड़ेगा पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा और पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता बहुत ही कम होगी