Aditya L1 ISRO Mission| इसरो की अन्तरिक्ष पर सूर्य की एक और लम्बी छलांग सूर्य की और एक और कदम
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इसरो का जो सूर्य मिशन था जोकि आदित्य L1के नाम से आया था उन्होंने मंगलवार को कल आज सुबह को इसरो ने दूसरी बार अपना कक्ष से दूसरी बार आदित्य L1 ने अपना कक्ष बदला है
आदित्य L1 इस तरह से भी समझ सकते हैं कि भारत ने आदित्य लंच की तरफ से एक और कदम बढ़ा लिया है और आगे बढ़ गया है आदित्य अपने तय स्थान पर पहुंच चुका है यानी कि पहुंचने वाला है जो की एल्बम है एल्बम सेवर सूर्य की हर दिन 1440 तस्वीरें भेजेगा
ISRO ADITYA L!
इसरो ने भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने सौर मिशन ज्योतिरादित्य आलम के नाम से जाना जाता है उन पर इस पर एक बार आए अपडेट दिया है शनिवार को इसकी लॉन्चिंग हुई थी और मंगलवार को आज सुबह इसरो ने अपने ट्वीट पर ट्विटर पर ट्वीट करके बताया कि आदित्य L1 अपनी दूसरी कक्ष पर सही तरीके से सफलता प्राप्त कर लिया और आगे कहा क्या कहा है कि आदित्य L1 अपने आगे के ऑपरेशन के लिए बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर के सेटेलाइट से ट्रैकिंग करेगा
भारतीय इसरो की काया एक बहुत ही काल्पनिक मिशन जैसा लगता है लेकिन यह बहुत ही जरूरी मिशन था है और भारतीय इसरो टीम इस पर बहुत ही संघर्ष कर रही है भारतीय इसरो टीम हर एक पल को बारीकी से नजर रख रख कर कदम फूंक-फूंक कर कार्य कर रही है जिससे हमें को में एक सही तरीके से सूर्य पर सही स्थान पर जाकर के एक अच्छी पिक्स और स्पष्ट स्टडी करने के लिए हमें अच्छा ज्ञान प्राप्त हो
आदित्य L1 अभी तक कि अपने पहले कक्ष से निकलकर अब दूसरे कक्ष में पहुंचे कर आदित्य L1 की यह एक दूसरी बड़ी सफलता है जो कि उसे सूर्य की ओर अग्रसर कर रही है अपनी दूसरा कदम बढ़ाने पर आगे बढ़ा रही है अब 10 सितंबर के 2:30 बजे तीसरे कक्ष में पहुंचने के लिए आदित्य L1 की प्रायिकता रहेगी
आदित्य एल्बम का लक्ष्य क्या है जानकारी के मुताबिक अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है जो कि 18 सितंबर को धरती के और बदलेगा चौथी बार बदलेगा और अगली और 10 सितंबर की रात को की जाएगी यह एक इसरो का एक बहुत महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है जिस पर वह संघ के ऊपर स्टडी करने के लिए आगे बढ़ रहा है और तब तक इसके सारे उसके सारे पेरोट की जानकारी दी जाएगी यंत्र लगे हैं उसकी स्टडी करने के लिए
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